गायत्री शक्ति पीठ, बरेली - एक परम दिव्य धाम
सद्गुरु भगवान की करुणा एवं अपने परम पूज्य गुरुदेव की कृपा प्रसाद स्वरूप जनकल्याण के लिए वेदमाता, जगत जननी, क्लेश हारिणी, दुखनाशिनी, सकल कामनाओं को पूरा करने वाली मां गायत्री के श्री विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा गायत्री शक्तिपीठ बरेली में की गई है। अनेक प्रकार की व्याधियों से घिरे दुखी लोग यहां आकर दर्शन कर अपनी समस्याओं से छुटकारा प्राप्त कर चुके हैं, और कर रहे हैं। नीचे भगवान शिव के स्फटिक के शिवलिंग की स्थापना है, उत्तर भारत में जम्मू को छोड़कर केवल बरेली नगर को ही यह सौभाग्य प्राप्त है कि यहां स्फटिक शिवलिंग की प्रतिष्ठा है।
काल के गाल में जाते हुए असाध्य रोगों जैसे कैंसर, हृदय रोग, पक्षाघात आदि पीड़ित रोगियों के लिए शुक्र संजीवनी महामृत्युंजय तथा अन्य चमत्कारी ढंग से गुरुदेव की कृपा से रोगियों को नया जीवन प्रदान करते हैं। भगवान शिव के मंदिर में ही भगवान महावीर श्री हनुमान जी विराजमान है, जिनके दर्शन मात्र से ही सभी प्रकार के कष्टों का नाश होता है।
भगवान शिव के मंदिर के सामने ही यज्ञशाला है जिसमें 28 साल से अखंड अग्नि प्रज्वलित हो रही है। हर रविवार को प्रातः 7:30 से 8:30 बजे तक यज्ञ का आयोजन होता है। अनेक रोगों को दूर करने के लिए यज्ञ शाला में पद्धति का विकास किया गया है। एक बार दर्शन हेतु अवश्य पधारें और हमें सेवा का अवसर प्रदान करते रहे।

विग्रह श्री लक्ष्मी माता
सद्गुरु भगवान की करुणा एवं अपने परम पूज्य गुरुदेव की कृपा प्रसाद स्वरूप जनकल्याण के लिए वेदमाता, जगत जननी, क्लेश हारिणी, दुखनाशिनी, सकल कामनाओं को पूरा करने वाली मां लक्ष्मी के श्री विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा गायत्री शक्तिपीठ बरेली में की गई है। अनेक प्रकार की व्याधियों से घिरे दुखी लोग यहां आकर दर्शन कर अपनी समस्याओं से छुटकारा प्राप्त कर चुके हैं, और कर रहे हैं।

विग्रह श्री भगवती गायत्री
सद्गुरु भगवान की करुणा एवं अपने परम पूज्य गुरुदेव की कृपा प्रसाद स्वरूप जनकल्याण के लिए वेदमाता, जगत जननी, क्लेश हारिणी, दुखनाशिनी, सकल कामनाओं को पूरा करने वाली मां गायत्री के श्री विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा गायत्री शक्तिपीठ बरेली में की गई है। अनेक प्रकार की व्याधियों से घिरे दुखी लोग यहां आकर दर्शन कर अपनी समस्याओं से छुटकारा प्राप्त कर चुके हैं, और कर रहे हैं।

विग्रह श्री दुर्गा माता
सद्गुरु भगवान की करुणा एवं अपने परम पूज्य गुरुदेव की कृपा प्रसाद स्वरूप जनकल्याण के लिए वेदमाता, जगत जननी, क्लेश हारिणी, दुखनाशिनी, सकल कामनाओं को पूरा करने वाली मां दुर्गा के श्री विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा गायत्री शक्तिपीठ बरेली में की गई है। अनेक प्रकार की व्याधियों से घिरे दुखी लोग यहां आकर दर्शन कर अपनी समस्याओं से छुटकारा प्राप्त कर चुके हैं, और कर रहे हैं।

दिव्य यज्ञशाला
भगवान शिव के मंदिर के सामने ही यज्ञशाला है जिसमें 28 साल से अखंड अग्नि प्रज्वलित हो रही है। हर रविवार को प्रातः 7:30 से 8:30 बजे तक यज्ञ का आयोजन होता है। अनेक रोगों को दूर करने के लिए यज्ञ शाला में पद्धति का विकास किया गया है।

शिवलिंग स्फटिक
सद्गुरु भगवान की करुणा एवं अपने परम पूज्य गुरुदेव की कृपा प्रसाद स्वरूप जनकल्याण के लिए भगवान शिव के स्फटिक के शिवलिंग की स्थापना है, उत्तर भारत में जम्मू को छोड़कर केवल बरेली नगर को ही यह सौभाग्य प्राप्त है कि यहां स्फटिक शिवलिंग की प्रतिष्ठा है। काल के गाल में जाते हुए असाध्य रोगों जैसे कैंसर, हृदय रोग, पक्षाघात आदि पीड़ित रोगियों के लिए शुक्र संजीवनी महामृत्युंजय तथा अन्य चमत्कारी ढंग से गुरुदेव की कृपा से रोगियों को नया जीवन प्रदान करते हैं।

श्री गुरु कृपा तीर्थ
सद्गुरु भगवान की करुणा एवं अपने परम पूज्य गुरुदेव की कृपा प्रसाद स्वरूप जनकल्याण के लिए श्री गुरु कृपा तीर्थ की स्थापना है, अनेक प्रकार की व्याधियों से घिरे दुखी लोग यहां आकर दर्शन कर अपनी समस्याओं से छुटकारा प्राप्त कर चुके हैं, और कर रहे हैं।

विग्रह श्री हनुमान जी
भगवान शिव के मंदिर में ही भगवान महावीर श्री हनुमान जी विराजमान है, जिनके दर्शन मात्र से ही सभी प्रकार के कष्टों का नाश होता है।

विग्रह श्री शिव परिवार
काल के गाल में जाते हुए असाध्य रोगों जैसे कैंसर, हृदय रोग, पक्षाघात आदि पीड़ित रोगियों के लिए शुक्र संजीवनी महामृत्युंजय तथा अन्य चमत्कारी ढंग से गुरुदेव की कृपा से रोगियों को नया जीवन प्रदान करते हैं।